Developed India 2047 : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्र के नाम संबोधन में किए गए आह्वानों पर टिप्पणी करते हुए फिक्की के अध्यक्ष डॉ. अनीश शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने एक राष्ट्रीय विजन प्रस्तुत किया है। उन्हाेंने कहा कि राष्ट्रीय विजन में ऐसे कदम शामिल हैं, जो भारत के विकास को आकार देंगे, नवाचार को बढ़ावा देंगे और अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में वैश्विक नेता के रूप में हमारी स्थिति को बढ़ाएंगे।
फिक्की अध्यक्ष डॉ. शाह ने कहा कि भारत के लिए प्रधानमंत्री का विजन हमारे समाज के सभी वर्गों की आकांक्षाओं को दर्शाता है। ये सभी भारतीयों को 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य की दिशा में काम करने के लिए प्रेरित करेगा। उन्हाेंने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में जिन विभिन्न क्षेत्रों को रेखांकित किया है, उनमें हमने भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र में बदलने, स्वदेशी डिजाइन क्षमताओं को मजबूत करने, चिप्स और सेमीकंडक्टर जैसे उद्योग के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता और तकनीकी आत्मनिर्भरता में सुधार करने के साथ-साथ गुणवत्ता के प्रति प्रतिबद्धता के लिए पहचाने जाने की आवश्यकता पर विशेष ध्यान दिया है।
डॉ. शाह ने कहा कि फिक्की का दृढ़ विश्वास है कि भारत को उच्च गुणवत्ता वाले राष्ट्र के रूप में देखा जाना चाहिए और हमारे उत्पादों को डिजाइन, स्थिरता और सेवा गुणवत्ता के मामले में दुनिया में कहीं भी देखे जाने वाले सर्वश्रेष्ठ उत्पादों से मेल खाना चाहिए। अब समय आ गया है कि भारतीय कंपनियां दुनिया को अपने उत्पादों के लिए एक बाजार के रूप में देखें और संपूर्ण मूल्य श्रृंखला में अनुसंधान एवं विकास, नवाचार और डिजाइन पर ध्यान केंद्रित करके हम भारत से वैश्विक चैंपियन तैयार कर पाएंगे।
उन्होंने कहा कि फिक्की इस दृष्टिकोण को साकार करने और हमारे प्रधानमंत्री द्वारा दिखाई गई दिशा में आगे बढ़ने के लिए सरकार और उसके सदस्यों के साथ काम करना जारी रखेगा। गौरतलब है कि भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) भारत के व्यापारिक संगठनों का एक संघ है। इसकी स्थापना 1927 में महात्मा गांधी की सलाह पर घनश्याम दास बिड़ला एवं पुरुषोत्तम ठक्कर ने की थी। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है।