लोकसभा चुनाव 2024 परिणाम
भाजपा 240, कांग्रेस 99 सीटों पर, NDA को बहुमत
लोकसभा चुनाव 2024, Election 2024 Results के नतीजे घोषित हो चुके हैं, जिसमें भाजपा ने 240 सीटें जीती हैं और कांग्रेस ने 99 सीटें प्राप्त की हैं। दोनों ही पार्टियां बहुमत के आंकड़े (272) से दूर हैं, लेकिन भाजपा के नेतृत्व वाले NDA को 292 सीटें मिली हैं, जिससे उन्हें बहुमत प्राप्त हुआ है। वहीं, विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A को 233 सीटें मिली हैं।
नीतीश और नायडू की भूमिका
2019 में चंद्रबाबू नायडू ने NDA सरकार के खिलाफ सभी विपक्षी पार्टियों को एक करने की कोशिश की थी। 2023 में नीतीश कुमार ने कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दलों के साथ बैठक करके I.N.D.I.A. ब्लॉक बनाने में मदद की थी। NDA को 292 सीटें मिली हैं, जिसमें नायडू की TDP की 16 और नीतीश की जदयू की 12 सीटें शामिल हैं। अगर ये दोनों नेता NDA से अलग होते हैं, तो NDA के पास 264 सीटें ही बचेंगी, जो बहुमत के आंकड़े से कम है। नायडू ने कहा कि आंध्र की जनता ने हमारे गठबंधन पर भरोसा करके हमें बड़ी जीत दी है। हम NDA के साथ हैं।
ओडिशा में नया राजनीतिक अध्याय
Election 2024 Results ओडिशा में 24 साल का पटनायक राज समाप्त हुआ है और अब वहां भाजपा की सरकार बनने जा रही है। 18वीं लोकसभा की 543 सीटों में से NDA को 292 और I.N.D.I.A को 233 सीटें मिली हैं। भाजपा 272 के बहुमत के आंकड़े को नहीं छू पाई, लेकिन NDA को बहुमत मिल गया है। NDA आज सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है। इसके लिए उसने अपने घटक दलों की बैठक बुलाई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को बैठक के लिए बुलाया है।
उत्तर प्रदेश – सपा बनी तीसरी सबसे बड़ी पार्टी
उत्तर प्रदेश की 80 सीटों में सपा ने 37 सीटें जीती हैं, भाजपा ने 33, कांग्रेस ने 6, रालोद ने 2 और अपना दल ने 1 सीट जीती है। भाजपा फैजाबाद (अयोध्या) सीट 50 हजार से अधिक वोटों से हार गई है। 2019 चुनाव में यूपी में NDA ने 64 सीटें जीती थीं, जिसमें भाजपा को 62 और अपना दल (एस) को 2 सीटें मिली थीं। सपा-बसपा ने मिलकर चुनाव लड़ा था, जिसमें सपा को 5 और बसपा को 10 सीटें मिली थीं, जबकि कांग्रेस ने केवल रायबरेली सीट जीती थी।
राजस्थान में BJP और कांग्रेस का प्रदर्शन
राजस्थान की 25 सीटों में से भाजपा ने 14 और कांग्रेस ने 8 सीटें जीती हैं। रालोपा ने 1 सीट जीती है। 2019 में भाजपा ने 24 सीटें जीती थीं और 1 सीट रालोपा के पास थी। राज्य में भाजपा का वोट शेयर 60% से घटकर अब 49% पर आ गया है।
5 राज्यों में BJP का क्लीन स्वीप
मध्य प्रदेश में भाजपा ने सभी 29 सीटें जीती हैं। 2019 में सिर्फ छिंदवाड़ा सीट कांग्रेस के खाते में गई थी, लेकिन इस बार भाजपा के बंटी साहू ने नकुलनाथ को हरा दिया। मध्य प्रदेश के अलावा भाजपा ने दिल्ली, हिमाचल, उत्तराखंड और अरुणाचल प्रदेश की भी सभी सीटें जीती हैं।
महाराष्ट्र – शिवसेना – NCP के टूटने का प्रभाव
महाराष्ट्र की 48 सीटों में भाजपा को 10, कांग्रेस को 13, शिवसेना (उद्धव) को 9, शिवसेना (शिंदे) को 7, NCP (शरद) को 7 और NCP (अजित) को 1 सीट मिली है। 2019 में भाजपा ने 23, शिवसेना ने 18 और NCP ने 4 सीटें जीती थीं। कांग्रेस ने 17% वोट लेकर सबसे अधिक सीटें जीती हैं, जबकि भाजपा ने 26% वोट शेयर के बावजूद 13 सीटें गंवाई हैं और 10 पर आ गई है।
दक्षिण भारत में BJP और कांग्रेस का प्रदर्शन
दक्षिण की 129 सीटों में भाजपा को 29 और कांग्रेस को 40 सीटें मिली हैं। तमिलनाडु की 39 में से 22 सीटें द्रमुक ने जीती हैं और 9 सीटें कांग्रेस ने जीती हैं। कर्नाटक की 28 में से 17 भाजपा को, 9 कांग्रेस को और 2 जेडीएस को मिली हैं। आंध्र प्रदेश की 25 में से 16 सीटें TDP, 4 YSR कांग्रेस और भाजपा को 3 मिली हैं। केरल में कांग्रेस ने 14 और भाजपा ने 1 सीट जीती है। तेलंगाना में भाजपा और कांग्रेस ने 8-8 सीटें जीती हैं। आंध्र में तेलगु देशम पार्टी (TDP) से गठबंधन का भाजपा को फायदा हुआ। तमिलनाडु में भाजपा का खाता नहीं खुला, पर वोट शेयर बढ़ा है।
महत्वपूर्ण राज्य और उनके परिणाम
बिहार
बिहार में जदयू और भाजपा का गठबंधन होने से NDA ने अच्छी संख्या में सीटें जीती हैं। भाजपा और जदयू का साथ होने से NDA ने 40 में से 32 सीटें जीतीं। भाजपा को 17 और जदयू को 15 सीटें मिलीं। कांग्रेस और राजद का गठबंधन 8 सीटें ही जीत सका, जिसमें कांग्रेस को 2 और राजद को 6 सीटें मिलीं।
पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल में TMC ने अपना दबदबा कायम रखा है। TMC को 42 में से 24 सीटें मिलीं, जबकि भाजपा को 14 सीटें प्राप्त हुईं। कांग्रेस ने 2 सीटें जीतीं और वामपंथी दलों को भी 2 सीटें मिलीं।
उत्तर-पूर्वी राज्य
उत्तर-पूर्वी राज्यों में भाजपा और उनके गठबंधन दलों का अच्छा प्रदर्शन रहा। अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, त्रिपुरा और नागालैंड में भाजपा और उनके सहयोगी दलों ने ज्यादातर सीटें जीती हैं। असम में भाजपा ने 14 में से 9 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस को 3 सीटें मिलीं।
गुजरात
गुजरात में भाजपा ने 26 में से 24 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस को 2 सीटें मिलीं। गुजरात में भाजपा का वर्चस्व कायम रहा।
हिमाचल प्रदेश
हिमाचल प्रदेश की 4 सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की। 2019 की तरह इस बार भी भाजपा ने सभी सीटों पर कब्जा किया।