Tim Southee retires from Test cricket: न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान और इंग्लैंड के मौजूदा मुख्य कोच ब्रेंडन मैकुलम ने मंगलवार को अनुभवी तेज गेंदबाज टिम साउथी के लंबे और सफल टेस्ट करियर की प्रशंसा की। साउथी ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के बाद लाल गेंद के प्रारूप से संन्यास लेने की घोषणा की थी।
साउथी ने अपने करियर का शानदार समापन किया, जब न्यूजीलैंड ने इंग्लैंड को मात्र 234 रनों पर आउट कर तीसरे टेस्ट में 423 रनों की विशाल जीत दर्ज की। यह एक यादगार क्षण था, क्योंकि साउथी ने अपने घरेलू मैदान सेडन पार्क में इंग्लैंड के खिलाफ ही अपना टेस्ट करियर समाप्त किया। संयोगवश, उन्होंने अपना पहला टेस्ट भी इंग्लैंड के खिलाफ खेला था।
न्यूजीलैंड क्रिकेट (एनजेडसी) द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में ब्रेंडन मैकुलम ने कहा, “टिम मेरे बेहद करीबी दोस्तों में से एक हैं। वह ऐसे व्यक्ति हैं जिनके साथ आप समय बिताना पसंद करते हैं। वह कभी हार नहीं मानते, हमेशा कड़ी मेहनत करते हैं और इसी वजह से सफलता उनके पास आती है। सांख्यिकीय रूप से उनका प्रदर्शन शानदार है, लेकिन महान खिलाड़ियों की पहचान उनके लंबे और निरंतर योगदान से होती है, और टिम ने इसे बखूबी किया है।”
साउथी ने अपनी अंतिम टेस्ट पारी में इंग्लैंड के खिलाफ दो विकेट हासिल किए और 107 मैचों में 391 विकेटों के साथ अपना करियर समाप्त किया। यह उपलब्धि उन्हें न्यूजीलैंड के महान गेंदबाज सर रिचर्ड हैडली (86 मैचों में 431 विकेट) के बाद दूसरा स्थान दिलाती है।
मैच के दौरान, जब साउथी बल्लेबाजी करने उतरे, तो इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर देकर सम्मानित किया। 2007-08 में नेपियर में इंग्लैंड के खिलाफ अपने डेब्यू टेस्ट में साउथी ने 55 रन देकर 5 विकेट लिए थे और 40 गेंदों में 77 रनों की विस्फोटक पारी खेली थी। उनके डेब्यू मैच में लगाए गए नौ छक्के आज भी एक रिकॉर्ड हैं। हालांकि, साउथी अपने करियर के अंत में 98 छक्कों के साथ शतक से महज दो कदम दूर रह गए। वह वेस्टइंडीज के क्रिस गेल के साथ संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर हैं, जबकि एडम गिलक्रिस्ट (100), ब्रेंडन मैकुलम (107) और बेन स्टोक्स (133) उनसे आगे हैं।
मैकुलम ने साउथी के करियर और व्यक्तित्व की सराहना करते हुए कहा, “हमने उन्हें एक युवा खिलाड़ी के रूप में देखा था और आज वह एक सम्मानित पति, पिता, दोस्त और लीडर के रूप में खेल छोड़ रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इतने लंबे समय तक खेलना और अपनी प्रामाणिकता बनाए रखना आसान नहीं है। यही कारण है कि उन्हें इतना सम्मान और प्यार मिला है।”
साउथी का यह टेस्ट करियर न्यूजीलैंड क्रिकेट के इतिहास में हमेशा याद किया जाएगा, जहां उन्होंने न सिर्फ अपने प्रदर्शन से बल्कि अपने नेतृत्व और समर्पण से एक मिसाल कायम की।