India is an Inspiration for UNESCO : विश्व धरोहर समिति की बैठक के उद्घाटन सत्र में यूनेस्को की महानिदेशक ऑद्रे अजोले ने भारत की ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता की सराहना की। उन्होंने बताया कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने पिछले 160 वर्षों में 3600 से अधिक प्राचीन धरोहरों का संरक्षण किया है।
उन्होंने विशेष रूप से कंबोडिया में अंगकोरवाट मंदिर के संरक्षण के लिए ASI के प्रयासों का उल्लेख किया। अजोले ने कहा कि भारत की धरोहर संरक्षण की प्रतिबद्धता सभी के लिए प्रेरणादायक है और उम्मीद जताई कि भारत वैश्विक धरोहर संरक्षण में अपना योगदान देता रहेगा।
उन्होंने यह भी बताया कि जलवायु परिवर्तन और डिजिटल क्रांति जैसी चुनौतियों के बावजूद, यूनेस्को धरोहर संरक्षण के लिए दृढ़संकल्पित है। साथ ही, 31 देशों से आए युवाओं को संरक्षण के प्रति प्रशिक्षित किया जा रहा है।
अजोले ने भारत के 42 विश्व धरोहर स्थलों की सराहना की और उल्लेख किया कि भारत की जी 20 अध्यक्षता में काशी कल्चरल पाथवे जैसी पहलें भी की गई हैं, जो अवैध सांस्कृतिक धरोहर ट्रैफिकिंग को रोकने और सांस्कृतिक धरोहरों को वापस लाने के लिए काम करेगी।